मनीबॉक्स ने पूरी तरह से सुरक्षित लेंडिंग मॉडल के साथ बिहार में अपनी मौजूदगी को बनाया सशक्त

मनीबॉक्स ने पूरी तरह से सुरक्षित लेंडिंग मॉडल के साथ बिहार में अपनी मौजूदगी को बनाया सशक्त

 दरभंगा: बीएसई पर सूचीबद्ध एनबीएफसी मनीबॉक्स फाइनैंस लिमिटेड जो देश के वंचित इलाकों में लघु एवं छोटे उद्यमों को ऋण देकर सशक्त बना रही है, इस कंपनी ने बिहार में 100 फीसदी सुरक्षित लोन पोर्टफोलियो के साथ उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है, मार्च 2025 में कंपनी का एयूएम (असेट अंडर मैनेजमेन्ट) रु 37.1 करोड़ के आंकड़े को छू गया है। कंपनी राज्य के मुख्य ज़िलों में 13 शाखाओं का संचालन करती है। 
सितम्बर 2023 में बिहार में प्रवेश के बाद से मनीबॉक्स इक्वीटेबल मॉर्गेज (ईक्यूएम) एवं रजिस्टर्ड मॉर्गेज (आरएम) मोड्स के माध्यम से सुरक्षित लेंडिंग पर ध्यान केंद्रित कर रही है, जहां सभी ऋण वितरण रजिस्टर्ड टाइटल डॉक्यूमेन्ट्स के साथ किए जाते हैं। अपने इसी दृष्टिकोण के चलते कंपनी पोर्टफोलियो की गुणवत्ता बनाए रखने और क्षेत्र में ऋण को ज़िम्मेदारी के साथ सुलभ बनाने में सक्षम रही है। 
बिहार में मनीबॉक्स के उपभोक्ताओं की बात करें तो 90 फीसदी उपभोक्ता ट्रेडिंग सेगमेन्ट में आते हैं जिनमें किराना और अन्य लघु उद्यमी (पशुधन के अलावा) शामिल हैं। ये आंकड़े राज्य में उद्यमिता पर कंपनी के विशेष फोकस की पुष्टि करते हैं। अपने सतत दृष्टिकोण और सशक्त अंडरराइटिंग प्रक्रियाओं के चलते कंपनी ने समय के साथ पूरी तरह से सुरक्षित बुक तैयार कर ली है।
इस उपलब्धि पर बात करते हुए श्री मयूर मोदी, सह-संस्थापक एवं को-सीईओ, मनीबॉक्स फाइनैंस लिमिटेड ने कहा, ‘‘बिहार हमेशा से हमारे लिए महत्वपूर्ण मार्केट रहा है, हमें गर्व है कि हमने राज्य में 100 फीसदी सुरक्षित पोर्टफोलियो बना लिया है। पहले दिन से ही स्थायी एवं सुरक्षित ऋण की सोच के साथ हम छोटे कारोबार मालिकों को सहयोग प्रदान करते रहे हैं। ट्रेडिंग कम्युनिटी से मिला सहयोग हमारे इसी भरोसे और मूल्यों की पुष्टि करता है। हम बिहार के उन ज़िलों में अपनी पहुंच बढ़ाने और वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं जो आज भी ऋण सेवाओं से वंचित हैं।’
वर्तमान में मनीबॉक्स 12 राज्यों में 163 शाखाओं का संचालन करती है, इसके सशक्त फिजिटल लेंडिंग मॉडल में मजबूत बुनियादी उपस्थिति और डिजिटल क्षमता का संयोजन शामिल है। सुरक्षित ऋण एवं स्थायी प्रभाव पर ध्यान केन्द्रित करते हुए कंपनी ने वित्तीय वर्ष 25 में एयूएम में 27 फीसदी सालाना की बढ़ोतरी दर्ज की है। 
बिहार में तेज़ी से प्रगति करते हुए मनीबॉक्स खासतौर पर ग्रामीण एवं अर्द्ध शहरी क्षेत्रों में लघु उद्यमियों को सशक्त बनाने के प्रयास जारी रखे हुए है तथा ऐसे ऋण समाधान उपलब्ध करा रही है जो दीर्घकालिक आर्थिक विकास को बढ़ावा दे सकें।

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