जननायक कर्पूरी ठाकुर कौशल विश्वविद्यालय” के कुलपति होंगे श्रम संसाधन विभाग, बिहार के सचिव दीपक आनन्द

जननायक कर्पूरी ठाकुर कौशल विश्वविद्यालय” के कुलपति होंगे श्रम संसाधन विभाग, बिहार के सचिव दीपक आनन्द


*रजिस्ट्रार होंगे श्री राजेश भारती, श्रमायुक्त, श्रम संसाधन विभाग, बिहार*

पटना। बिहार में युवाओं के कौशल विकास को नई दिशा देने के उद्देश्य से राज्य का पहला कौशल विश्वविद्यालय “जननायक कर्पूरी ठाकुर कौशल विश्वविद्यालय” की स्थापना हेतु सभी आवश्यक करवाई पूरी कर ली गई है। इसके लिए सरकार ने आधिकारिक अधिसूचना जारी कर दी है। अधिनियम 2025 की धारा-11 के प्रावधानों के तहत श्री दीपक आनंद, सचिव, श्रम संसाधन विभाग, बिहार, पटना को विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किया गया है। वहीं विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार श्री राजेश भारती, श्रमायुक्त, श्रम संसाधन विभाग, बिहार होंगे, जिसकी अधिसूचना जारी कर दी गई। प्रारंभिक स्तर पर इसका संचालन दशरथ मांझी श्रम एवं नियोजन अध्ययन संस्थान से किया जाएगा।

गौरतलब है कि बिहार विधानमंडल ने सर्वसम्मति से “जननायक कर्पूरी ठाकुर कौशल विश्वविद्यालय विधेयक 2025” को स्वीकृति दी गई थी। यह विश्वविद्यालय राज्य में चल रहे सात निश्चय पार्ट-1 और पार्ट-2 के कौशल विकास कार्यक्रमों का विस्तार करते हुए युवाओं को बेहतर अवसर प्रदान करेगा। 

बदलते वैश्विक बाजार और तेजी से बदलते रोजगार क्षेत्र को ध्यान में रखते हुए, अब उन्नत और प्रासंगिक पाठ्यक्रमों की आवश्यकता महसूस की जा रही थी, जिसके लिए मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में श्रम संसाधन विभाग के द्वारा इस विवि की स्थापना की जा रही है। यह  विश्वविद्यालय न केवल कौशल प्रशिक्षण प्रदान करेगा, बल्कि उद्यमशीलता, व्यावसायिक शिक्षा, शोध और नवाचार से जुड़े कार्यक्रमों को भी बढ़ावा देगा। साथ ही, पूरे राज्य में कौशल विकास से जुड़े संस्थानों को संबद्धता प्रदान करेगा, परीक्षाएं आयोजित करेगा और उपाधियां प्रदान करेगा।

राज्य सरकार का मानना है कि इस विश्वविद्यालय की स्थापना से बिहार के युवाओं की रोजगार क्षमता में वृद्धि होगी और वैश्विक बाजार की जरूरतों के अनुरूप प्रशिक्षित मानव संसाधन तैयार हो सकेगा।

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