पीएलएफ का इंटरनेशनल ग्रैंड मुशायरा एवं कवि सम्मेलन पटना के जनमानस पर अमिट छाप छोड़ गया

पीएलएफ का इंटरनेशनल ग्रैंड मुशायरा एवं कवि सम्मेलन पटना के जनमानस पर अमिट छाप छोड़ गया

मुशायरा का उद्घाटन अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री ज़मा खान ने किया

 उर्दू की ग़ज़लों और हिन्दी की कविताओं के मिश्रण का लुफ्त उठाया श्रोता दर्शकों ने, शायर इश्क की बात करते थे, कवि प्रेम को महिमा मंडित कर रहे थे

पटना में कला और साहित्य को बढ़ावा देने के लिए निरंतर काम कर रही है एडवांटेज ग्रुप की कंपनी पीएलएफ: खुर्शीद अहमद 

पटना, 02 अगस्त 2025: एडवांटेज ग्रुप की सोशल-कल्चरल संस्था पटना लिटरेरी फेस्टिवल (पीएलएफ) की ओर से के.एल.7 बैंक्वेट एंड होटल, पटना में आयोजित इंटरनेशनल ग्रैंड मुशायरा एवं कवि सम्मेलन पटना के जनमानस पर अमिट छाप छोड़ गया। कभी उर्दू की शायरी और तुरंत बाद  हिन्दी की कविताओं का मिश्रण सुनकर श्रोता और दर्शक प्रोग्राम का तहेदिल से मजा उठा रहे थे। शायर इश्क की बात करते थे, कवि प्रेम को महिमा मंडित कर रहे थे दर्शक यह सब सुन आनंदित हो रहे थे। नव शक्ति निकेतन इस आयोजन के पार्टनर थे, उर्दू दैनिक क़ौमी तंजीम और बिग एफ एम मीडिया पार्टनर थे।

मुशायरा का उद्घाटन करते हुए मंत्री ज़मा खान ने पी एल एफ के आयोजनों की तारीफ करते हुए कहा कि अदब और शायरी की महफिल सजाना बहुत सराहनीय काम है। उन्होंने कहा कि उन्होंने इस आयोजन के बारे में मुख्य मंत्री नीतीश कुमार को भी बताया और उन्होंने खुशी का इजहार करते हुए इसकी कामयाबी की खंभा की।

700 सीटों वाला यह हाॅल लोगों से खचाखच भरा था, सभी कोई संयत और शालीनता से प्रोग्राम का लुफ्त उठा रहे थे। श्वेता सिंह उमा इंटरनेशनल ग्रैंड मुशायरा एवं कवि सम्मेलन की निजामत कर रही थीं। मुशायरा एवं कवि सम्मेलन में भाग लेने वाले शायर और कवि थे संस्कृति श्री, संतोष सिंह, निहारिका छबि, सैयद तबरेज राणा, डाॅ. आरती कुमारी, कमर अब्बास, रेणु हुसैन, सज्जाद झंझट, श्वेता सिंह उमा (मास्को, रूस), मजिद देवबंदी, मुमताज नसीम, अतिक अंजर (कतर), शबीना अदीब और शकील आज़मी जो इस आयोजन के सदर थे। 

गणमान्य अतिथियों में इर्शादुल हक, अशफाक रहमान, डॉक्टर रवि शंकर, यासिर इमाम, डॉक्टर आयशा फातिमा, राम शंकर, अनूप कुमार, नव शक्ति के कमल शामिल थे।

प्रोग्राम की विधिवत शुरुआत पीएलएफ के सस्थापक तथा सचिव श्री खुर्शीद अहमद के स्वागत भाषण से हुई। उन्होंने कहा कि पटना में पहली बार इंटरनेशनल ग्रैंड मुशायरा और कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया है। इसका उद्देश्य है शहर में साहित्य और कला को बढ़ावा देना तथा साहित्य प्रेमियों में खुशियां बांटना। इस प्रोग्राम में अंतर्राष्ट्रीय स्तर के शायर और कवि भाग ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि पीएलएफ पांच सालों से अधिक समय से पटना में कला-साहित्य को बढ़ावा देने के लिए निरंतर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि अभी तक पीएलएफ 15 से अधिक बड़ा आयोजन कर चुका है। यूट्यूब पर पीएलएफ के आयोजन को 5 करोड़ (50 मिलियन से अधिक) व्यूज मिल चुके हैं। श्री अहमद ने कहा कि मैं जो भी काम करता हूं, इबादत की तरह करता हूं, इसलिए मुझे हर आयोजन में सफलता मिलती है। पीएलएफ उनकी सोच और शौक की तंजीम है। एडवांटेज ग्रुप के तहत एडवांटेज सर्विसेज आती है जो इवेंट और पी.आर. कंपनी है। पीएलएफ इस ग्रुप की सीएसआर कंपनी है जो लोक कल्याण का काम करती है।
पीएलएफ के अध्यक्ष डाॅ. सत्यजीत सिंह ने कहा कि पीएलएफ हर कार्यक्रम को कुछ अलग ढंग से करती है और हर उसे इस काम में सफलता मिलती है। देश-विदेश से बड़े-बड़े कलाकार बुलाए जाते हैं ताकि पटना में कला-साहित्य का माहौल बना रहे। इस मौके पर मुनव्वर राणा फांउडेशन का गठन किया गया।  माननीय मंत्री मो. जमा खान तथा फैजान अहमद ने इस फाउंडेशन को लांच किया। मुशायरा में हैदराबाद से अब्दुल रहमान, फौजिया राणा, पुणे से सोफिया खान भी शरीक हुए।
मुख्य अतिथि माइनोरिटी वेलफेयर विभाग के मंत्री श्री मो. जमा खान को आयोजन के पार्टनर तथा मुनव्वर राणा फाउंडेशन के नये मेधावियों ने स्वागत किया। 
मुख्य अतिथि के भाषण के बाद इंटरनेशनल ग्रैंड मुशायरा और कवि सम्मेलन शुरु हुआ। इसमें कुछ नेशनल और इंटरनेशनल शायर-शायराओं द्वारा पढ़ी गयी शायरी के अंश इस प्रकार हैं- 
खामोश लव हैं झुकी हैं पलकें, दिलों में उल्फत नई-नई हैं, अभी तकल्लुफ है गुफ्तगू में, अभी मोहब्बत नई-नई है।- शबीना अदीब।
भूक में इश्क की तहजीब भी मर जाती है, चांद आकाश पे थाली की तरह लगता है।- शकील आज़मी।
किसी ऐसे-वैसे के सामने। कभी दिल का राज न खोलिए।। - मुमताज नसीम।
गीत गाऊं वहां जहां बहारों के, पत्ता-पत्ता जहां बिखर गया है - अतीक अंजर
पीएलएफ के फैजान अहमद ने धन्यवाद ज्ञापन किया और प्रोग्राम की समाप्ति हो गयी। उद्घाटन समारोह की एंकरिंग श्री सोनी सिंह ने की।

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