घुटने के जोड़ के फ्रैक्चर पर देश-दुनिया के डॉक्टरों ने साझा की नवीनतम जानकारी - पारस एचएमआरआई
• पटना में 34वें कंटिन्युयिंग ऑर्थोपेडिक एजुकेशन कार्यक्रम का सफल समापन
• चीन, थाइलैंड समेत देश-दुनिया के कई विशेषज्ञों ने लिया हिस्सा
पटना। पटना में आयोजित 34वें कंटिन्युयिंग ऑर्थोपेडिक एजुकेशन कार्यक्रम (सीओई) का रविवार को सफल समापन हो गया। पारस एचएमआरआई और ऑर्थोपेडिक रिसर्च एंड एजुकेशन फाउंडेशन इंडिया (ओआरईएफ) के संयुक्त तत्वावधान में होटल लेमन ट्री में आयोजित हुआ था। यह कार्यक्रम बिहार आर्थोपेडिक एसोसिएशन द्वारा समथिॅत था इस कार्यक्रम में देशभर के प्रमुख हड्डी रोग विशेषज्ञों के साथ चीन और थाइलैंड के डॉक्टरों ने भी ऑनलाइन माध्यम से हिस्सा लिया।
*डॉ. जॉन मुखोपाध्याय डायरेक्टर ऑर्थोपेडिक, डॉ.ए.ए हई डायरेक्टर जेनेरल सर्जरी, अनिल कुमार फेसिलिटी डायरेक्टर ,डॉ. (प्रो.) डी. के. तनेजा मेम्बर सेक्रेटरी, डॉ. अनिल कुमार अध्यक्ष बिहार अर्थोपेडिक एशोसियेशन और डॉ. जानकी शरण भदानी आयोजन सचिव* ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का आरम्भ किया।
ओआरईएफ के चेयरमैन और *आयोजन अध्यक्ष डॉ. जॉन मुखोपाध्याय* ने बताया कि 1983 में पद्म भूषण डॉ. (प्रो.) बी. मुखोपाध्याय द्वारा शुरू किए गए इस कार्यक्रम का उद्देश्य हड्डी रोग विशेषज्ञों के ज्ञान और कौशल को उन्नत करना है। अंतरराष्ट्रीय सत्र में चीन और थाइलैंड के डॉक्टरों ने उन्नत फ्रैक्चर प्रबंधन और नवीनतम तकनीकों पर ऑनलाइन प्रेजेंटेशन दिया। आयोजन के दौरान उपस्थित विशेषज्ञों ने हड्डी रोग सर्जनों को नई तकनीकों और उपचार विधियों से अवगत कराने के उद्देश्य से अपने अनुभव साझा किए।
इस बार कार्यक्रम का मुख्य विषय "घुटने के जोड़ के आसपास के फ्रैक्चर" रहा, जिस पर विशेषज्ञों ने अपने अनुभव और आधुनिक तकनीकों पर विचार साझा किए। दो दिवसीय इस आयोजन में इंदौर के डॉ. (प्रो.) डीके तनेजा, कोलकाता के डॉ. राजीव चटर्जी, मुजफ्फरनगर के डॉ. मुकेश जैन, गंगा हॉस्पिटल कोयंबटूर के डॉ. दीन दयालन, और एम्स दिल्ली के डॉ. विवेक त्रिखा, अंतरराष्ट्रीय सत्र में चीन, थाइलैंड और बिहार के अनुभवी विशेषज्ञ ने उन्नत फ्रैक्चर प्रबंधन और नवीनतम तकनीकों पर अपने विचार प्रस्तुत किए।
पारस एचएमआरआई के *फैसिलिटी डायरेक्टर अनिल कुमार* ने कहा कि पटना के लिए यह गर्व की बात है कि ऐसा उच्चस्तरीय आयोजन यहां हुआ। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम चिकित्सा जगत में तकनीकी प्रगति पर ध्यान केंद्रित करेगा और भविष्य में भी इस तरह के आयोजनों के लिए हम प्रतिबद्ध हैं।
0 Response to "घुटने के जोड़ के फ्रैक्चर पर देश-दुनिया के डॉक्टरों ने साझा की नवीनतम जानकारी - पारस एचएमआरआई"
एक टिप्पणी भेजें