राजनीति में भाषाई मर्यादा खो रहे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी मानसिक दिवालिएपन के शिकार: अंजुम आरा

राजनीति में भाषाई मर्यादा खो रहे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी मानसिक दिवालिएपन के शिकार: अंजुम आरा

      जदयू प्रदेश प्रवक्ता श्रीमती अंजुम आरा ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी के बयान पर जमकर निशाना साधा है। तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि वो इन दिनों राजनीतिक बडबोलेपन के शिकार हो गए हैं और राजनीति में जिन शब्दों का वो प्रयोग कर रहे हैं उससे साफ लगता है कि वो भाषाई मर्यादा खो चुके हैं।

      पार्टी प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि साल 2024 के लोकसभा चुनाव और पिछले महीनों हुए विधानसभा के उप चुनाव में जिस तरीके से इनकी पार्टी का बिहार से सूपड़ा साफ हो गया उससे वो मानसिक दिवालिएपन के शिकार हो गए हैं। माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार की क्षमता पर सवाल उठाने से पहले उन्हें ये देखना चाहिए की साल 2005 से लेकर 2024 तक लगातार राज्य की जनता उन्हें सर आखों पर बिठाया है और वो लगातार 14 करोड़ बिहारवासियों के कल्याण के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं।

       उन्होंने तेजस्वी यादव से सवाल पूछते हुए कहा कि माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कृपा से दो बार राजनीतिक रोजगार पाने वाले तेजस्वी यादव को ये सोचना चाहिए कि माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने उनके पास कोई अर्जी दी है क्या? राजनीति के अंधेरनगरी में रहने वाले तेजस्वी यादव को माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार की दया पर ही दो बार सरकार में शामिल होने का मौका मिला।

      उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री ने देश में विकास की नई लकीर खींची है। तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि आखिर उनसे उम्मीद ही क्या की जा सकती है? जिसने अपने पिता लालू प्रसाद यादव को ही राजनीतिक तौर पर नजरबंद कर दिया और उनको पार्टी के पोस्टर से गायब कर दिया। उन्होंने कहा कि आने वाले विधानसभा चुनाव 2025 में एक बार फिर राज्य की जनता तेजस्वी यादव के झूठ को सबक सिखाने का काम करेगी और उन्हें विधानसभा में विपक्ष का नेता बनने लायक सीटें भी नहीं मिलेगी।



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