दलितों पर बढ़ते अत्याचार पर सरकार की उदासीनता चिंताजनक

दलितों पर बढ़ते अत्याचार पर सरकार की उदासीनता चिंताजनक

24 नवंबर को बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के सैदपुर गांव , जज़वार थाना क्षेत्र में 21 वर्षीय सोनू पासवान की निर्मम हत्या ने एक बार फिर से राज्य में दलित और महादलित समुदायों पर बढ़ते अत्याचार को उजागर कर दिया है । 

प्रथम दृष्टया के अनुसार , सोनू पासवान के साथ मारपीट की गई और उसके बाद उसे करंट लगाकर निर्ममता से जान से मार दिया गया । यह घटना न केवल एक अमानवीय कृत्य है , बल्कि राज्य में जातीय भेदभाव और सामंती सोच के बढ़ते प्रभाव का जीता-जागता उदाहरण भी है ।
यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि वर्तमान सरकार इन घटनाओं पर सख्त कदम उठाने में असफल रही है और लगातार दलित और महादलित समुदायों को निशाना बनाया जा रहा है , लेकिन अपराधियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई न होने से उनकी हिम्मत और बढ़ती जा रही है ।

अगर समय रहते सरकार ने ऐसे मामलों पर सख्ती नहीं दिखाई , तो आने वाले समय में यह जातीय संघर्ष और विकराल रूप धारण कर सकता है ।
  *हम सरकार से मांग करते हैं:-* 
1. सोनू पासवान की हत्या के दोषियों को तुरंत गिरफ्तार कर कठोरतम सजा दी जाए।
2. दलित और महादलित समुदायों की सुरक्षा के लिए विशेष कदम उठाए जाएं।
3. जातीय भेदभाव और हिंसा रोकने के लिए प्रभावी योजनाएं लागू की जाएं।
4. पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा और सुरक्षा प्रदान की जाए ।
5 . यह समय है कि सरकार अपनी जिम्मेदारी निभाए और ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने के लिए कड़े कदम उठाए और हम समाज के सभी जागरूक नागरिकों से अपील करते हैं कि वे इस मुद्दे पर अपनी आवाज बुलंद करें और पीड़ितों के लिए न्याय की मांग करें ।

0 Response to "दलितों पर बढ़ते अत्याचार पर सरकार की उदासीनता चिंताजनक"

एक टिप्पणी भेजें

Ads on article

Advertise in articles 1

advertising articles 2

Advertise under the article