बिहार में प्रमाणित बीज का उत्पादन होगा दुगुनाकिसानों द्वारा उत्पादित गेहूँ बीज का शत्-प्रतिशत क्रय करेगा विभागः-मंगल पाण्डेय

बिहार में प्रमाणित बीज का उत्पादन होगा दुगुनाकिसानों द्वारा उत्पादित गेहूँ बीज का शत्-प्रतिशत क्रय करेगा विभागः-मंगल पाण्डेय

माननीय मंत्री, कृषि विभाग, बिहार श्री मंगल पाण्डेय द्वारा आज बामेती, पटना के सभागार में आयोजित प्रमाणित गेहूँ बीज उत्पादन महाभियान कार्यशाला-सह-प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया। सचिव, कृषि विभाग, बिहार श्री संजय कुमार अग्रवाल ने इस कार्यक्रम की अध्यक्षता की। 
माननीय मंत्री ने कहा कि देश के आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी एवं माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में राज्य की सरकार किसानों को बीज से लेकर बाजार तक की हर सुविधा उपलब्ध कराने हेतु पूरी गंभीरता से कार्य कर रही है। 
माननीय मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि बीज कृषि का मूल एवं महत्त्वपूर्ण घटक है। गुणवत्तायुक्त बीजों के उपयोग से फसलों की 20 प्रतिशत तक अधिक उपज प्राप्त की जा सकती है। कृषि विभाग द्वारा राज्य के अन्दर संकर बीज उत्पादन का कार्य इसी वर्ष शुरू किया जा रहा है, ताकि किसानों को राज्य के अन्दर उत्पादित गुणवत्तायुक्त बीज उपलब्ध कराया जा सके। इसी कड़ी में कृषि विभाग द्वारा प्रमाणित गेहूँ बीज उत्पादन राज्य में बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। रबी, 2024-25 में राज्य में 3.50 लाख क्विंटल गेहूँ प्रमाणित बीज उत्पादन के लिए 21 जिलों को चिह्नित कर कार्य योजना बनाई गई है। 
उन्होंने कहा कि राज्य में बीज उत्पादन बढ़ने से किसानों को दो तरह का लाभ मिल सकेगा। पहला किसानों को अन्न उत्पादन से ज्यादा मूल्य बीज उत्पादन में प्राप्त होगा तथा दूसरा किसानों को राज्य के जलवायु परिवेश में उत्पादित प्रमाणित गेहूँ बीज कम मूल्य पर प्राप्त हो सकेगा, जिससे किसानों के आर्थिक स्थिति को सुदृढ करने में सहायता मिलेगी। 
श्री पाण्डेय ने कहा कि राज्य में प्रमाणित गेहूँ बीज को बढ़ावा देने हेतु किसानों को 80 प्रतिशत अनुदान पर आधार बीज की उपलब्धता बिहार राज्य बीज निगम के माध्यम से सुनिश्चित किया गया है। किसानों द्वारा उत्पादित प्रमाणित गेहूँ बीज का बिहार राज्य बीज निगम द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य से 25 से 30 प्रतिशत अधिक मूल्य के साथ शत्-प्रतिशत क्रय किया जायेगा। प्रमाणित गेहूँ बीज उत्पादन से सम्बद्ध किसानों को बीज उत्पादन तकनीक का प्रशिक्षण, उत्पादन रकवा का निबंधन एवं उत्पादित बीज का क्रय संबंधित सभी कार्यों के निष्पादन हेतु कृषि विभाग, बिहार राज्य बीज एवं जैविक प्रमाणन एजेन्सी (बसोका) एवं बिहार राज्य बीज निगम के पदाधिकारी/कर्मचारी का दायित्व निर्धारित किया गया है तथा इसका अनुश्रवण उच्च स्तर पर करने की व्यवस्था की गई है। 
उन्होंने कहा कि राज्य में 8,750 क्विंटल गेहूँ का आधार बीज भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् तथा कृषि विश्वविद्यालयों से मंगाया जा रहा है तथा 6000 क्विंटल आधार बीज पूर्व से ही विभिन्न योजनाओं के अन्तर्गत मंगाया जाता रहा है। इस प्रकार अब राज्य 14,750 क्विंटल गेहूँ का आधार बीज उपलब्ध होगा, जिसे किसानों को मुफ्त उपलब्ध कराया जायेगा। इस प्रकार 3.5 लाख क्विंटल बीज उत्पादन हो जायेगा, जबकि राज्य में 12 लाख क्विंटल गेहूँ बीज की जरूरत है। अगले कुछ वर्षों में बिहार बीज उत्पादन में आत्म निर्भर हो जायेगा तथा दूसरे राज्यों को भी गेहूँ बीज उपलब्ध कराने में सक्षम हो जायेगा। इससे किसानों की आय बढ़ेगी। गेहूँ बीज के प्रसंस्करण एवं भंडारण की व्यवस्था कर ली गई है। उन्होंने आगे बताया कि ये आधार बीज अच्छी गुणवत्तावाला है, इसलिए इसकी देखभाल उतनी ही आवश्यक है। इसके लिए तकनीकी सहायता मुहैया करायी जायेगी।
माननीय कृषि मंत्री ने कहा कि इस रबी में राज्य के 21 जिलों को प्रमाणित गेहूँ बीज हेतु चिह्नित किया गया है, जिसमें से 15 जिलों पूर्वी चम्पारण, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, वैशाली, गोपालगंज, सिवान, शेखपुरा, भोजपुर, अरवल, जमुई, बाँका, मुंगेर, मधुबनी, सारण एवं सीतामढ़ी में गेहूँ बीज उत्पादन कार्य सामान्य किसानों के माध्यम से एवं 6 जिलों दरभंगा, बक्सर, नवादा, जहानाबाद, पटना एवं लखीसराय कृषक उत्पादक संघ (एफ0पी0ओ0) के माध्यम से किया जायेगा। सभी चिह्नित जिलों में गेहूँ आच्छादन लक्ष्य, आधार बीज की आवश्यकता एवं अनुमानित उपज का लक्ष्य का निर्धारण किया गया है। इन जिलों में गेहूँ बीज उत्पादन हेतु क्रियान्वयन एजेंसी सहायक निदेशक (शष्य), प्रक्षेत्र को एवं एफ0पी0ओ0 संबंधित जिलों में क्रियान्वयन एजेंसी एफ0पी0ओ0 को बनाया गया है। 
श्री पाण्डेय ने बताया कि बीज उत्पादक किसानों की तकनीकी जानकारी आदि कार्यों के निमित्त  प्रखंड/पंचायत स्तर पर किसानों के उत्पादन क्षेत्र से कृषि समन्वयक तथा बी0टी0एम/ए0टी0एम को संबद्ध किया गया है। जिलों में किसानों द्वारा उत्पादित गेहूँ बीज के संग्रहण एवं प्रसंस्करण कार्य के लिए केन्द्रों को चिह्नित करते हुए जिलावार संबद्ध किया गया है। 
सचिव, कृषि विभाग श्री संजय कुमार अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा कि हर साल आधे बीज को बदल लेना चाहिए। राज्य के अन्दर गुणवत्तायुक्त बीज के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए पहला वर्ष आधार बीज निःशुल्क दिया जा रहा है। किसानों को बीज उत्पादन करने में सहयोग हेतु कृषि विश्वविद्यालयों/कृषि महाविधालयों के वैज्ञानिकों को लगाया जायेगा। हम सब लोगों को मिलकर काम करना है और हमारा लक्ष्य और उद्देश्य ज्यादा-से-ज्यादा अच्छा बीज उत्पादित कर किसानों की आय बढ़ाना है।   
इस कार्यक्रम में प्रबंध निदेशक, बिहार राज्य बीज निगम डॉ॰ आलोक रंजन घोष, निदेशक उद्यान श्री अभिषेक कुमार, माननीय कृषि मंत्री के आप्त सचिव श्री अमिताभ सिंह, अपर निदेशक (शष्य)-सह- निदेशक, बामेती श्री धनंजयपति त्रिपाठी सहित पदाधिकारी, वैज्ञानिक एवं बड़ी संख्या में पटना एवं जहानाबाद के किसानगण उपस्थित थे।

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