भाकपा–माले के दवाब में पटना मेट्रो दुर्घटना के मजदूरों से वार्ता को कंपनी और प्रशासन हुआ तैयार
*भाकपा–माले के दवाब में पटना मेट्रो दुर्घटना के मजदूरों से वार्ता को कंपनी और प्रशासन हुआ तैयार*
*घटना की स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराई जाए*
*पटना मेट्रो में सुरक्षा मानदंडों का कड़ाई से पालन करवाने की गारंटी बिहार सरकार को करना होगा*
पटना 30 अक्टूबर 2024
पटना मेट्रो दुर्घटना के आक्रोशित मजदूरों को भाकपा– माले एमएलसी शशि यादव और ऐक्टू नेता रणविजय कुमार का साथ मिलने के बाद आज कंपनी और प्रशासन वार्ता के लिए तैयार हुआ.
कई घंटों तक वार्ता चली, फिर लिखित समझौता हुआ.
कंपनी ने मृतक मजदूरों के परिवारों को सूचित नहीं करने को लेकर अपनी गलती मानी. मृतक परिवारों को नौकरी, विधवा को पेंशन, मुआवजा और घायलों के इलाज को लेकर यह वार्ता हुई.
भाकपा–माले ने पटना मेट्रो में कार्यरत सभी तरह के मजदूरों की सूची मुख्यालय में टांगने की मांग की है. जीवन–मौत के बीच झूल रहे बिहार के मजदूर श्याम राम को तत्काल एम्स में ट्रांसफर किया जाए.
कल रात हुए हादसे की जानकारी मिलते ही भाकपा (माले) एमएलसी एवं स्कीम वर्कर की नेता शशि यादव तथा ट्रेड यूनियन ऐक्टू (एआइसीसीटीयू) राष्ट्रीय सचिव रणविजय कुमार ने मजदूरों से मुलाकात कर घटना के सम्बन्ध में विस्तृत जानकरी प्राप्त की.
इलाजरत मजदूर श्याम राम और उनके मजदूर साथियों व पत्नी पूजा कुमारी से मुलाकात के बाद नेताओं ने कहा कि प्रथम दृष्टया सुरक्षा मापदण्डों को नकारने और मजदूरों की मनाही के बावजूद काम को जारी रखने के कारण यह दुःखद घटना हुई. इसकी विस्तृत जांच स्वतन्त्र एजेंसी से कराई जानी चाहिए.
भाकपा–माले मृतक परिजनों को 50-50 लाख का मुआवजा, पत्नी को आजीवन पेंशन और परिवार के एक सदस्य को पटना मेट्रो में नौकरी की गारंटी की मांग करती है. श्रम विभाग पटना मेट्रो में कार्यरत सभी मजदूरों की सूची संसूचित कर सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध कराए. मेट्रो निर्माण में सुरक्षा मानदण्डों, श्रम कानूनों की निगरानी बिहार सरकार के श्रम विभाग से कराए जाने तथा दुर्घटना के बाद हड़ताल पर गए दो साइट के मजदूरों की मांगों पर निर्माण कम्पनी और श्रम विभाग से गम्भीरतापूर्वक विचार करने की करती है.
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