पारस एचएमआरआई में ईबीयूएस ब्रोंकोस्कोपी की शुरुआत
• फेफड़ों के रोगों का सटीक निदान अब होगा संभव
• बिहार में बहुत कम जगहों पर उपलब्ध है यह तकनीक
पटना।
पटना के पारस एचएमआरआई ने अपने मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने के लिए एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। हॉस्पिटल के पल्मोनोलॉजी विभाग में अब ईबीयूएस (एंडोब्रोंकियल अल्ट्रो सोनाग्राफी डाइग्नोस्टिक टूल) की सुविधा उपलब्ध है। इस तकनीक के आने से फेफड़ों के रोगों के निदान और उपचार में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।
पारस एचएमआरआई के पल्मोनोलॉजी विभाग के *विभागाध्यक्ष डॉ. प्रकाश सिन्हा* ने इस अवसर पर कहा कि ईबीयूएस फेफड़ों के कैंसर, ट्यूमर, संक्रमण और अन्य बीमारियों का बेहद सटीक निदान करने में सक्षम है। इस तकनीक के माध्यम से हम फेफड़ों के अंदर की संरचनाओं को बेहतर तरीके से देख सकते हैं और बायोप्सी ले सकते हैं, जिससे रोग का सटीक निदान संभव हो पाता है।
*सिनियर कंसल्टेंट डॉ. कुमार अभिषेक* ने कहा कि फेफड़े के वैसे संवेदनशील इलाके जहां अब तक उपलब्ध मशीन पहुंच नहीं पाते थे, यह वहां तक पहुंचकर छोटे से छोटे ट्यूमर, गांठ और अन्य संक्रमण को ढ़ूंढ निकालने में सक्षम है। उन्होंने बताया कि यह तकनीक एंडोब्रोंकियल अल्ट्रासाउंड ब्रोंकोस्कोपी से एडवांस तकनीक है। बिहार में बहुत कम जगह पर इस तकनीक का उपयोग किया जाता है। ईबीयूएस की प्रक्रिया के दौरान पल्मोनरी क्रिटिकल टीम के *कंसल्टेंट डॉ. संजय कुमार राय* एंव पूरी टीम का महत्वपूर्ण योगदान रहता है।
पारस एचएमआरआई के *फैसिलिटी डायरेक्टर अनिल कुमार* ने कहा कि हमारे हॉस्पिटल में हमेशा मरीजों को सर्वश्रेष्ठ चिकित्सा सुविधाएं देने का प्रयास किया जाता है। ईबीयूएस ब्रोंकोस्कोपी इसी दिशा में एक और कदम है। इससे न केवल मरीजों का समय बचेगा, बल्कि उनके उपचार में भी काफी मदद मिलेगी।
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