615 खिलाडियों, 21 प्रशिक्षकों,4 खेल संघों और 4 खेल अधिकारियों सहित कुल 644 लोगों को मिला बिहार राज्य खेल सम्मान

615 खिलाडियों, 21 प्रशिक्षकों,4 खेल संघों और 4 खेल अधिकारियों सहित कुल 644 लोगों को मिला बिहार राज्य खेल सम्मान

- करीब 7.5 करोड़ रुपये की सम्मान राशि वितरित की गई 
- ज्ञान भवन में मुख्य अतिथि खेल मंत्री , सुरेन्द्र मेहता ने किया बिहार राज्य खेल सम्मान समारोह का विधिवत उद्घाटन 
- खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाने के लिए विशिष्ट अतिथि के रूप में भारतीय हॉकी के गौरव- पी.आर.श्रीजेश रहे उपस्थित 
- डॉक्टर राधाकृष्णन को पुष्प अर्पण तथा अतिथियों को राजगीर खेल अकादमी का प्रतीक चिन्ह से सम्मान 

पटना,5 सितंबर 2024 :- ज्ञान भवन ,पटना में आज राज्य के खेल मंत्री सुरेन्द्र मेहता के द्वारा बिहार राज्य खेल सम्मान समारोह का उद्घाटन किया गया तथा  राज्य खेल सम्मान पाने वाले वालों को सम्मान राशि,प्रतीक चिन्ह और सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया । मुख्य अतिथि सुरेन्द्र मेहता के साथ मंच पर विशिष्ट अतिथि के रूप में पद्मश्री,अर्जुन पुरस्कार और खेल रत्न से सम्मानित ओलंपिक पदक विजेता,विश्व के सर्वश्रेष्ट हॉकी गोलकीपर के सम्मान से भी नवाजे गए देश के प्रसिद्ध हॉकी खिलाड़ी श्री पी आर श्रीजेश और द्रोणाचार्य और अर्जुन सम्मान से पुरस्कृत भारत के राष्ट्रीय वालीबॉल कोच श्री जी ई श्रीधरन भी उपस्थित रहे । साथ में खेल विभाग के प्रधान सचिव बी.राजेंदर, निदेशक महेन्द्र कुमार,बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक सह मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवीन्द्रण शंकरण सहित अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे ।   
अपने संबोधन में खेल मंत्री श्री सुरेन्द्र मेहता ने सबका स्वागत करते हुए कहा कि बिहार सरकार का लक्ष्य है यहां के गांव गांव तक खेल को पहुंचाना और गांव के खिलाडियों को ओलंपिक तक पहुंचाना।  इसी दिशा में सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है और हर तरह का सहयोग और प्रयास कर रही है। आगे उन्होंने कहा कि बिहार खेल के क्षेत्र में भी तेजी से आगे बढ़ रहा है और निकट भविष्य में किसी राज्य से पीछे नहीं रहेगा। 
विशिष्ट अतिथि के रूप में बिहार  के खिलाडियों का हौसला बढ़ाने आये  भारतीय हॉकी के दीवार कहे जाने वाले श्रीजेश ने कहा कि बिहार बहुत प्यारा राज्य है और यहां प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। खिलाडियों को संदेश देते हुए कहा कि खेल के प्रति जुनून ,धैर्य के साथ प्रशिक्षण और निरंतर कड़ी मेहनत से कोई खिलाड़ी कामयाब हो सकता है। मुझे ओलंपिक पदक जीतने में 21 साल लग गए  इसलिए हार जीत की परवाह किए बिना निरंतर मेहनत और प्रयास करते रहना चाहिए और अपनी गलतियों की समीक्षा कर उसे सुधार कर आगे बढ़ना चाहिए, सफलता एक न एक दिन जरूर मिलेगी 
।खिलाडियों के अभिभावकों से भी श्रीजेश ने अनुरोध किया कि अपने खिलाड़ी बच्चे पर भरोसा करना चाहिए और पूरे सहयोग के साथ उन्हें प्रोत्साहित करना चाहिए तभी उसका आत्मविश्वास बढ़ेगा और वह बेहतर कर पाएगा। बिहार के खिलाडियों को प्रशिक्षित करने में मुझे बहुत खुशी होगी। 
उपस्थित लोगों का अभिनंदन करते हुए बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक श्री रवीन्द्रण शंकरण ने बताया कि ओलंपिक जीतने के बाद श्रीजेश को बुलाकर सम्मानित करने वाला पहला राज्य है बिहार और इनके बिहार आने से बिहार के खिलाडियों का भी हौसला काफी बढ़ा है। अपनी काबिलियत के बल पर श्रीजेश आज भारतीय हॉकी के सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर ही नहीं एक दीवार के रूप में जाने जाते हैं। इस ओलंपिक में विरोधी टीमों द्वारा गोल करने की 60 कोशिशों में से 50 को रोक कर नाकाम कर दिया तब जा कर भारत कांस्य पदक जीत पाया है। आगे उन्होंने कहा कि श्रीजेश बिहार के हॉकी खिलाड़ियों को भी प्रशिक्षित करने के लिए तैयार हो गए हैं यह बिहार के लिए बहुत खुशी और गर्व की बात है। हमारा लक्ष्य बिहार के खिलाडियों की भागीदारी 2028 ओलंपिक में सुनिश्चित करना था मगर 2024 पेरिस ओलंपिक में ही बिहार के दो खिलाड़ी श्रेयसी सिंह और शैलेश पहुंच गए इसलिए अब हमारा लक्ष्य 2028 और 2032 ओलंपिक में पदक जीतना है 
खेल विभाग के प्रधान सचिव श्री बी राजेंदर  ने अपने संबोधन में सबका अभिनंदन करते हुए कहा कि बिहार सरकार राज्य में खेल और खिलाड़ियों के सर्वांगीण विकास के लिए हर सम्भव प्रयास और सहयोग कर रही है। खेल विभाग और बिहार  राज्य खेल प्राधिकरण के बीच बेहतर तालमेल और सहयोग के साथ काम हो रहा है और इससे बिहार में तेजी से खेल का विकास हो रहा है जिनमें खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रवीन्द्रण शंकरण का बहुत बड़ा योगदान है।  अब हमारा लक्ष्य बिहार के खिलाडियों को ओलंपिक पदक दिलाना है। अभी हाल ही में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी द्वारा राजगीर में बिहार के पहले खेल अकादमी और खेल विश्विद्यालय का उद्घाटन किया गया जो भविष्य में यहां के खेल और खिलाडियों के स्तर को ऊंचा उठाने में बहुत बड़ी भूमिका निभाएगा।  
खेल विभाग के निदेशक श्री महेन्द्र कुमार ने धन्यवाद संबोधन में सभी का अभिनंदन करते हुए कार्यक्रम में आकर कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए धन्यवाद दिया। 
राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भागीदारी करने और पदक जीतने वाले बिहार के उत्कृष्ट खिलाडियों और राज्य में खेल के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले के प्रशिक्षकों, खेल संघों और खेल अधिकारियों को सम्मान राशि के साथ खेल सम्मान दिया जाता है। पूर्व में खेल सम्मान सिर्फ खिलाडियों और प्रशिक्षकों को दिया जाता था मगर इस वर्ष से दो और श्रेणी में यह सम्मान दिया जा रहा है। खेल के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वाले बिहार के खेल संघों और खेल अधिकारियों को भी सम्मानित किया जा रहा है। 
राष्ट्रीय खेल दिवस 29 अगस्त के अवसर पर राजगीर में बिहार के पहले खेल अकादमी और खेल विश्विद्यालय के उद्घाटन के साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा, बिहार के राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भागीदारी करने और पदक जीतने वाले खिलाडियों को, बिहार राज्य खेल सम्मान भी दिया गया। 29 अगस्त को राजगीर में खेल सम्मान पाने वालों में ये शामिल रहे। 
श्रेयसी सिंह- ओलंपिक- शूटिंग-50 लाख, श्वेता शाही- एशियन गेम्स 22 - रग्बी- 25 लाख , आकाश कुमार- तलवारबाजी- 25 लाख, सुधांशु शेखर- सेलिंग- 25 लाख, चंदन कुमार सिंह- लॉन बॉल- 37.50 लाख, मोहम्मद शम्स आलम- पारा स्वीमिंग- 15 लाख, मोहम्मद जलालुद्दीन अंसारी- पारा साइक्लिंग-10 लाख रुपये। 
वर्ष 2023 के खेल सम्मान में 11 प्रशिक्षकों सहित कुल 411 खिलाड़ियों के बीच लगभग 5 करोड़ की सम्मान राशि वितरित की गई थी वहीं इस वर्ष 33 खेल विधाओं में 615 खिलाड़ियों, 21 प्रशिक्षकों, 4 खेल संघों और 4 खेल अधिकारियों सहित कुल 644 लोगों के बीच करीब 7.5 करोड़ रुपये की सम्मान राशि वितरित की गई ।  खेल सम्मान पाने वालों की विस्तृत सूची बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के वेब साइट पर जारी कर दी गई है । 
वर्ष 2022 में करीब 317 खिलाड़ियों के बीच 3 करोड़ रुपये ,2023 में 411 खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों के बीच करीब 5 करोड़ रुपये और 2024 में 644 खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों के बीच करीब 7.5 करोड़ रुपये के सम्मान राशि का वितरण साफ दर्शाता है कि बिहार में खेल और खिलाड़ियों का निरंतर विकास जारी है और खेल के प्रति राज्य में आकर्षण बढ़ रहा है । 
कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्य अतिथि खेल मंत्री श्री सुरेन्द्र मेहता और विशिष्ट अतिथि श्री पी आर श्रीजेश का अभिनंदन राजगीर खेल अकादमी का प्रतीक चिन्ह और अंगवस्त्र देकर खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रवीन्द्रण शंकरण और खेल विभाग के प्रधान सचिव बी राजेंदर द्वारा किया गया । शिक्षक दिवस के अवसर पर सर्वपल्ली डॉ राधाकृष्णन की तस्वीर पर श्रद्धासुमन भी अर्पित किया गया । 
इस अवसर पर योग के खिलाड़ियों द्वारा शानदार योग नृत्य और योग का भी प्रदर्शन किया गया । विहार राज्य खेल प्राधिकरण द्वारा राज्य खेल सम्मान पर निर्मित एक वृत्तचित्र भी दिखाया गया साथ ही साथ विशिष्ट अतिथि पी आर श्रीजेश के सम्मान में उनपर एक वृत्तचित्र का भी प्रधारक्षण किया गया ।    
खेल सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि खेल मंत्री श्री सुरेन्द्र मेहता, विशिष्ट अतिथि श्री पी आर श्रीजेश, खेल विभाग के प्रधान सचिव श्री बी राजेंदर, बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक श्री रवीन्द्रण शंकरण, खेल विभाग के निदेशक श्री महेन्द्र कुमार सहित विभिन्न खेल संघों के पदाधिकारी गण ,प्रशिक्षक, खिलाड़ी और उनके परिजन उपस्थित रहे ।
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