जीतन राम मांझी ने किया सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का समर्थन, कोटा में कोटा मांगा

जीतन राम मांझी ने किया सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का समर्थन, कोटा में कोटा मांगा

*  संपन्न दलित  ले रहे हैं 95% आरक्षण का लाभ, 
* बिहार में 18 दलित जातियों के लिए वंचित मोर्चा ने मांगा 10% आरक्षण
* कोटा में कोट ( उपवर्गीकरण) लागू करने के लिए पटना में 18 जाति के लोग करेंगे रैली 
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पटना। केंद्रीय एमएसएमई मंत्री और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने एससी-एसटी आरक्षण में क्रीमीलेयर के आधार पर उपवर्गीकरण लागू करने के उच्चतम न्यायालय के ताजा निर्णय का समर्थन किया और कहा कि यदि बिहार सरकार इसे लागू नहीं करती है तो इस मुद्दे पर  पटना में 18 दलित जातियों की रैली आयोजित की जाएगी। 
    केंद्रीय मंत्री श्री जीतन राम मांझी ने कहा कि एससी एसटी आरक्षण में जो जातियां आरक्षण के लाभ से वंचित  हैं, उन्हें आरक्षण में उपवर्गीकरण ( कोटा में कोटा) कर लाभ दिया जाना चाहिए। 
श्री मांझी ने  "वंचित अनुसूचित जाति-जनजाति मोर्चा , बिहहार"  के तत्वावधान में मंगलवार को रविंद्र भवन (पटना ) में आयोजित 18 जातियों के सम्मेलन में कहा कि आरक्षण में जातियों के उपवर्गीकरण को यथाशीघ्र लागू कर सुप्रीम कोर्ट की भावना का सम्मान किया जाना चाहिए। सम्मेलन में आरक्षण से वंचित मुसहर-भुईयां, डोम, मेहतर तूरी, रजवार, भोक्ता, घुमंतू आदि जातियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

 आज के इस कार्यक्रम में वंचित अनुसूचित जाति जनजाति मोर्चा बिहार ने जो प्रस्ताव पारित किसा, वह इस प्रकार है - 
1.सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी एसटी आरक्षण में उपवर्गीकरण के निर्णय को आरक्षण के भागीदारी से पीछे छूट गए समुदायों के लिए यह निर्णय आदेश न्याय संगत है। उक्त निर्णय का हम सभी समर्थन करते हैं।
 2 एससी एसटी आरक्षण में सुप्रीम कोर्ट का निर्णय एवं निर्देशन के आलोक में राज्य सरकार से अभिलंब मांग करते हैं कि एससी-एसटी में उपवर्गीकरण यथाशीघ्र लागू किया जाए 
3 एससी एसटी वर्ग में आरक्षण से पीछे छूटे हुए वर्ग को राज्य सरकार प्रारंभिक काल में महादलित को शिक्षा, नौकरी और योजनाओं के लाभ में प्राथमिकता दी जाए। 
4. हम इस मुद्दे पर कल 21 अगस्त 2024 को आहूत "भारत बंद" नेतृत्व विहीन और अनुचित मानते हैं। हम सभी 18 जाति के लोग उक्त भारत बंद में शामिल नहीं होने का  ने संकल्प लेते हैं। 

  मोर्चा की मांगों के समर्थन में केंद्रीय मंत्री श्री मांझी ने कहा कि आज तक आरक्षण की समीक्षा नहीं हुई , जो अविलंब होनी चाहिए थी। 
  उन्होंने कहा कि उपवर्गीकरण की बात तो निश्चित करेंगे ताकि 78 साल बाद जिस वर्ग तक सुविधा नहीं पहुँची, उसको भी  मौका मिले। 
श्री मांझी ने कहा कि संपन्न दलित यह झूठ फैला रहे हैं कि आरक्षण खत्म करने की साजिश हो रही है। ऐसा भ्रम फैलाने का हम विरोध करते हैं। आज आजादी के 78 साल बाद जो संपन्न दलित हैं , वे ही आरक्षण के बल पर 95% नौकरी और तमाम सुविधाओं का लाभ लेते रहे। 
उन्होंने कहा कि बिहार में हम 18 जाति के लोगों को आरक्षण का आज तक कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है , इसलिए हम मांग करते हैं बिहार सरकार  और केंद्र सरकार से कि आरक्षण में उपवर्गीकरण होना चाहिए।

खास करके बिहार के संदर्भ में 18 जातियां  जिसकी आबादी 10% स है उसको कम से कम 10%  आरक्षण मिलना चाहिए और कुछ संपन्न दलितों के द्वारा आरक्षित खत्म करने की बात कर रहे हैं वह गलत कर रहे हैं और जो वंचित दलित है उसको विकास के रास्ते को रोकना चाहते हैं हम चाहते हैं कि राज्य सरकार बिहार में भी हरियाणा के तरह आरक्षण में भी वर्गीकरण कर वंचित दलित को मुख्य धारा में लाने का प्रयास करें।आज के 
     कार्यक्रम में बिहार सरकार के माननीय मंत्री डॉ संतोष कुमार सुमन जी ने कहा कि हम तमाम 18 जाति के लोगों को एकजुट हो जाना चाहिए और एकजुटता दिखा करके अपनी ताकत का एहसास करानी चाहिए। हम किसी का विरोध नहीं करते,  लेकिन जो वंचित रह गया है जिसको आज तक आरक्षण का कोई सुविधा नहीं मिली उसकी हम वकालत करते हैं.. उनको मौका मिलना चाहिए और जीतन राम मांझी बिहार के वैसे 18 वंचित जाति का नेतृत्व करते हैं..

हम आप लोगों के सभा के माध्यम से कहना चाहते हैं कि आप सभी लोग अपने हक अधिकार के लिए एकजुट हो जाए औरअपनी मांग को पुरजोर तरीके से बिहार के अंदर उठाने का काम करें और जो आपके वंचित कम्युनिटी के जो नेता जीतन राम मांझी हैं उनके नेतृत्व में चलने का काम करें तभी आपका भविष्य सुधरेगा।इस सभा के अध्यक्षता गजेंद्र मांझी एवं संचालन त्रिलोकी कुमार ने किया ।

     आज के सम्मेलन में अनुसूचित जाति जनजाति वंचित मोर्चा के सभी 18जातियों के प्रबुद्ध बुद्धिजीवी  शामिल हुए और भविष्य में गांधी मैदान में लाखों की संख्या में उपस्थित होकर अपनी मांग को लेकर के बिहार  सरकार पर दबाव बनाने का संकल्प लिया ।
     आज के इस बैठक में संजय वाल्मीकि जी अधिवक्ता शंकर मांझी जी डॉक्टर हलेश मांझी जी राम प्यारे प्रसाद नाथ जी राजेंद्र प्रसाद नर्जी जॉर्ज मांझी जी हरेंद्र भोक्ता जी वीरेंद्र तुरी जी मन्नू राठौर जी अजय हांडी जी पंकज वाल्मीकि मलिक जी धर्मेंद्र देवघर की संजय बाशा जी कृष्ण रजवार जी राकेश डोमजी अरुण नाथ जी लाल मांझी जी सदन मोहन मांझी जी नारायण प्रसाद मांझी जी जिला पार्षद दीपक मांझी जी रूबी देवी जी देवेंद्र मांझी जी उमेश मांझी जी मिथिलेश ऋषि देव जी एरिया आदि हजारों समर्थक सुप्रीम कोर्ट के आदेश का समर्थन शामिल हुए और भविष्य में विशाल सम्मेलन करने का संकल्प लिया।

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