पारस एचएमआरआई में स्टेज चार के कैंसर का हुआ सफल इलाज
• पूरे शरीर में फैल चुका था कैंसर, जीवन की आशा छोड़ चुकी थी महिला
• विभागाध्यक्ष वरिष्ठ कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. अभिषेक आनंद की देखरेख में चली इम्यूनो थेरेपी
पटना।
45 वर्षीय महिला के गॉल ब्लाडर का कैंसर जब पूरे शरीर में फैल गया और उन्हें जीने की कोई उम्मीद नहीं बची तो पारस एचएमआरआई ने उन्हें एक नई जिंदगी दे दी। दरअसल, मरीज का कैंसर स्टेज चार में पहुंच गया था और कैंसर पूरे शरीर में फैल गया था। उन्होंने जीने की आशा छोड़ दी थी। अंतिम उम्मीद के साथ वह पारस एचएमआरआई, पटना पहुंची। यहां सभी तरह की जांच के बाद मेडिकल ओंकोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष वरिष्ठ कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. अभिषेक आनंद की देखरेख में उनका इलाज शुरू हुआ। उन्होंने इम्यूनो थेरेपी से उनका इलाज शुरू किया। करीब छह महीने लगातार इलाज के बाद उनका कैंसर पूरी तरह से खत्म हो गया। दोबारा जांच किया गया तो उनके शरीर में कोई कैंसर नहीं मिला। उन्हें किसी तरह की सर्जरी नहीं करानी पड़ी। मरीज अब बहुत बेहतर महसूस कर रही हैं। वह सामान्य जीवन जी रही हैं। फिलहाल उनका मेंटनेंस थेरेपी चल रहा है।
डॉ. अभिषेक ने बताया कि कैंसर का इलाज जितनी जल्दी शुरू हो, उसकी सफलता दर उतनी अधिक होती है। हालांकि टारगेट थेरेपी और इम्यूनो थेरेपी जैसी नई पद्धति स्टेज चार में आने वाले मरीजों के इलाज में भी कारगर साबित हो रही है। इसलिए मरीजों को हिम्मत नहीं छोड़नी चाहिए।
पारस एचएमआरआई के फैसिलिटी डायरेक्टर अनिल कुमार ने कहा कि पूरे बिहार में इम्यूनो थेरेपी से सबसे ज्यादा इलाज पारस एचएमआरआई में होता है। डॉ. अभिषेक आनंद बिहार के जाने-माने कैंसर रोग विशेषज्ञ हैं और इम्यूनो थेरेपी और टारगेट थेरेपी पर देश-विदेश में उनके कई शोध प्रकाशित हो चुके हैं। इस तरह के इलाज के लिए जरूरी सभी तकनीकी उपकरण एंव विशेषज्ञ डॉक्टरों की पूरी टीम पारस एचएमआरआई में उपलब्ध हैं।
पारस एचएमआरआई के बारे में
पारस एचएमआरआई, पटना बिहार में 2013 से कार्यरत है। पारस एचएमआरआई में एक ही स्थान पर सभी चिकित्सा सुविधाएं हैं। हमारे पास एक आपातकालीन सुविधा, तृतीयक और चतुर्धातुक देखभाल, उच्च योग्य और अनुभवी डॉक्टरों के साथ चिकित्सा केंद्र है। पारस इंस्टीट्यूट ऑफ कैंसर केयर बिहार में अपनी विशेषज्ञता, बुनियादी ढांचे और कैंसर देखभाल प्रदान करने के लिए प्रसिद्ध है।
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