*राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द करने के लिए भारतीय जन क्रान्ति दल (डेमोक्रेटिक) ने राष्ट्रपति को लिखा पत्र*
जितेन्द्र कुमार सिन्हा, पटना, 05 जुलाई ::
भारतीय जन क्रान्ति दल (डेमोक्रेटिक) के राष्ट्रीय महासचिव डॉ राकेश दत्त मिश्र ने ई-मेल के माध्यम से भारत के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि हाल ही में संसद में हुई एक चर्चा के दौरान, कांग्रेस के लोकसभा में विपक्षी नेता राहुल गांधी द्वारा हिन्दू समुदाय के विरुद्ध की गई आपत्तिजनक टिप्पणी ने करोड़ों हिन्दुओं को गहरा आघात पहुंचाया है। उन्होंने हिन्दुओं को हिंसक, झूठे और नफरत फैलाने वाला कहा है। इस बयान से हम सभी देश भर के करोड़ों हिन्दुओं की भावनाएं आहत हुई हैं। इस कारण देश भर में हिन्दुओं के बीच आक्रोश की लहर उठी हुई है। यह बयान लोकसभा से टीवी चैनलों द्वारा सीधे प्रसारित होने के कारण विश्व भर के लोगों तक पहुंचा है, जिससे सहिष्णु हिन्दु समाज की बदनामी हुई है।
उन्होंने पत्र में लिखा है कि कांग्रेस के नेता राहुल गांधी या उनकी पार्टी द्वारा ऐसा बयान पहली बार नहीं दिया गया है। इससे पहले भी कांग्रेस ने भगवा आतंकवाद या हिन्दु आतंकवाद की संकल्पना प्रसारित करने की कोशिश की है। कांग्रेस हमेशा से वैश्विक स्तर पर हिन्दु समाज को बदनाम करने का प्रयास करती आई है। राहुल गांधी का मंदिरों में जाना और हाथ पर पवित्र धागा बांधना यह केवल धोखा था, यह सिद्ध हो चुका है।
डॉ राकेश दत्त मिश्र ने यह भी लिखा है कि 1990 के दशक में कश्मीरी हिन्दुओं को कश्मीर से किसने विस्थापित किया? कौन से समुदाय ने यह विस्थापन किया, क्या राहुल गांधी यह बताएंगे? 'सर तन से जुदा' का फतवा जारी करके देश भर में कई हिन्दुओं की हत्या करने वाले कौन थे, क्या राहुल गांधी यह बताएंगे? मणिपुर में हजारों सहिष्णु मितई समाज पर हमला करके उन्हें विस्थापित करने वाले कौन थे, क्या राहुल गांधी कभी यह बताएंगे? वर्ष भर में श्रीरामनवमी, हनुमान जयंती, नवरात्रि, महाशिवरात्रि, हिंदू नववर्ष आदि हिन्दु त्योहारों के समय पत्थरबाजी करने वाले, हिंदुओं की हत्या करने वाले, देवताओं की मूर्तियां तोड़ने वाले कौन थे, इस पर राहुल गांधी कभी क्यों नहीं बोलते? संपूर्ण विश्व जिहादी आतंकवाद से त्रस्त है, लाखों लोग इसमें मारे गए हैं, लेकिन इस आतंकवाद का रंग कौन सा है, यह राहुल गांधी कभी नहीं बताते।
भारतीय जन क्रान्ति दल (डेमोक्रेटिक) के राष्ट्रीय महासचिव ने यह भी लिखा है कि सर्वाधिक प्राचीन हिन्दु धर्म सहिष्णुता के कारण ही अन्य पंथियों की तरह कभी साम्राज्य विस्तार या धर्मांतरण के लिए किसी पर हमला नहीं किया है। बल्कि, वैश्विक हिन्दु समाज आज सार्वभौमिक शांति और कल्याण की विचारधारा के लिए जाना जाता है। 'वसुधैव कुटुंबकम' या 'संपूर्ण जगत एक परिवार है' इस सिद्धांत का प्रतिनिधित्व करता है। इस समाज को हिंसक, झूठा, द्वेषपूर्ण या आतंकवादी के रूप में लेबल करना उसकी छवि को खराब करने का प्रयास है।
उन्होंने कहा है कि एक राष्ट्रीय स्तर के नेता का यह बयान अत्यंत अनुचित और समाज में फूट डालने वाला है। साथ ही, हिन्दु समाज के विरुद्ध देश भर में घृणा और द्वेष का माहौल तैयार हुआ है। इस आपत्तिजनक बयान से देश की एकता को धक्का पहुंचा है। देश की समरसता और शांति के लिए यह एक बड़ा अवरोधक बन गया है। इस पर राहुल गांधी द्वारा दिया गया स्पष्टीकरण अस्वीकार्य है। इसलिए, उन्होंने हिन्दु समाज से सार्वजनिक और बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए। साथ ही, लोकसभा में 'लोकसभा सदस्यता' की शपथ लेते समय सभी के साथ समभाव से व्यवहार करने की शपथ ली जाती है। राहुल गांधी ने इस शपथ का उल्लंघन किया है। इसलिए, उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई होना अत्यंत आवश्यक है।
डॉ राकेश दत्त मिश्र ने मांग किया है कि राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता तत्काल रद्द की जाए। उनके विरुद्ध अपराध प्रविष्ट कर कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए। समाज में भेदभाव और द्वेष फैलाने वाले ऐसे लोगों पर चुनाव लड़ने के लिए हमेशा के लिए प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
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