जब पड़े दिल का दौरा, 60 मिनट होता है बेहद खास : डॉ ओम प्रकाश नारायण आर्य
निन्ती कॉर्डियक केयर में है आपके दिल के लिए पूरा इंजताम
मुजफ्फरपुर।
दिल का दौरा (हार्ट अटैक) एक गंभीर स्थिति है जिसमें समय पर इलाज बेहद महत्वपूर्ण होता है। इसे अक्सर "गोल्डन ऑवर" कहा जाता है, जो कि दिल के दौरे के लक्षण शुरू होने के बाद का पहला एक घंटा होता है। इस समयावधि में इलाज मिलने से मरीज की जान बचने और हृदय को होने वाले नुकसान को कम करने की संभावना सबसे अधिक होती है।
निन्ती कॉर्डियक केयर के सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ ओम प्रकाश नारायण आर्य के अनुसार, दिल के दौरे के लक्षण दिखने के तुरंत बाद अगर इलाज मिल जाता है, तो हृदय की मांसपेशियों को होने वाले नुकसान को काफी हद तक कम किया जा सकता है। तत्काल इलाज से हृदय की धमनियों में ब्लॉकेज को खोलकर हृदय की सामान्य गति को बहाल किया जा सकता है। गोल्डन ऑवर में इलाज मिलने से मृत्यु दर को काफी हद तक कम किया जा सकता है। ये बातें वो मरीजों से एक अनौपचारिक संवाद में बता रहे थे।
निंन्ती कार्डियक केयर के विशेषज्ञों का कहना है कि अगर मरीज बेहोश हो जाता है और सांस नहीं ले रहा है, तो तुरंत सीपीआर शुरू करें। मरीज को आरामदायक स्थिति में बैठाएं और शांत रहने की कोशिश करें।
कुछ समय पहले मुजफ्फरपुर के जूरन छपरा स्थित आसव हॉस्पिटल कैंपस में निन्ती कार्डियक केयर का ओपीडी और कैथ लैब चालू हो गया है। यहां आधुनिक तकनीक और जांच की सभी सुविधाओं के साथ मरीजों का इलाज किया जा रहा है। शहर के अलावा आसपास के क्षेत्रों से लोग निन्ती कार्डियक केयर आ रहे हैं और यहां एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी आदि करवा रहे हैं।
निंती अस्पताल समूह के बिजनेस डायरेक्टर राज सहगल ने बताया कि निंती कार्डियक केयर में सभी प्रकार के हृदय रोगों का इलाज, एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी की अत्याधुनिक सुविधा उपलब्ध है। यह केंद्र आधुनिक कैथ लैब सहित अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। यहां इलाज कराने वाले दिल के मरीजों को किसी भी चीज के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ती है। कार्डियो टेस्ट की भी सुविधा उपलब्ध है।
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