5-6 अप्रैल को जश्न-ए-बिहार के तहत सांस्कृतिक महोत्सव “कल्चरल कारवां” का होगा आयोजन
5-6 अप्रैल 2024 को कला, संस्कृति एवं युवा विभाग बिहार के द्वारा जश्न-ए-बिहार के तहत “कल्चरल कारवां” का आयोजन जश्न-ए-अदब संस्था के सहयोग से पटना के प्रेमचंद्र रंगशाला में किया जा रहा है। दो दिनों तक चलने वाले इस सांस्कृतिक महोत्सव में गीत, संगीत, नृत्य, वादन और गायन का आयोजन किया जायेगा। इस सांस्कृतिक महोत्सव में देश के विभिन्न विधाओं के प्रसिद्ध कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे।
पहले दिन कार्यक्रम की शुरुआत ग़ज़ल और गीतों की महफ़िल “ अभी तक रोते- रोते सो गया है” से होगी जिसमें भारत के कुछ बेहतरीन और प्रसिद्ध शब्दकार जैसे - फरहत एहसास, आज़म शकीरी , रामायण धर द्विवेदी, कुँवर रंजीत चौहान, गौतम राजऋषि और जावेद मुशीरी शामिल होंगे। दिल्ली की विभा लाल और उनके समूह द्वारा 'रक्स' घुँघरू बोल उठे में कथक की प्रस्तुति की जाएगी । इस दौरान सुर संध्या में पदम् भूषण पंडित साजन मिश्रा एवं पंडित स्वरांश मिश्रा की प्रस्तुति होगी। पहले दिन के कार्यक्रम का समापन सुर -यामिनी से होगा जिसमें पदम् श्री मालिनी अवस्थी के द्वारा लोकगीतों की मधुर प्रस्तुति होगी।
कार्यक्रम के दूसरे दिन “किस्सा-ए-हीर” की संगीतमय मंचन किया जायेगा । पदम् श्री उस्ताद गुलफाम अहमद खान के द्वारा रवाब वाद्ययंत्र का वादन किया जायेगा । पंचायत वेब सीरीज सीरीज फेम अभिनेता फैसल मल्लिक परिचर्चा 'आज के दौर का सिनेमा ओटीटी की शक्ल में' में अपनी अंतर्दृष्टि साझा करेंगे। महफ़िल -ए - ग़ज़ल के दौरान मशहूर गज़ल गायक चंदन दास द्वारा ग़ज़ल गायन प्रस्तुत किया जायेगा । अंतिम प्रस्तुति भोपाल के राजीव सिंह एवं समूह द्वारा सूफी गायन होगी ।
कार्यक्रम में सभी दर्शकों के लिए प्रवेश निःशुल्क रहेगा। “जश्न-ए- बिहार” कला, संस्कृति एवं युवा विभाग की एक एक नयी पहल है जिसके माध्यम से गायन, वादन और साहित्य जैसी विधाओं को एक मंच पर लाने का प्रयास किया जा रहा है । साथ ही इसके अंतर्गत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करवाएं जा रहे हैं ।
एडिटर इन चीफ ✍️
मंजर सुलेमान 7004538014
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