इंटरमीडिएट छात्र -छात्राओं पर पुलिसिया दमन कहीं से भी उचित नहीं है : राजद

इंटरमीडिएट छात्र -छात्राओं पर पुलिसिया दमन कहीं से भी उचित नहीं है : राजद


सरकार शिक्षा के हित में विद्यार्थियों को परेशान करने वाली फरमान को तत्काल वापस ले : एजाज अहमद


पटना 22 मार्च 2024:

बिहार प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता एजाज अहमद ने अपने वक्तव्य में कहा कि भाजपा और जदयू कार्यालय   के सामने पटना  के विभिन्न कालेजों के इंटरमीडिएट के छात्र-छात्राओं पर पुलिस के द्वारा किया दुर्व्यवहार तथा अपमानित करने वालीं कार्रवाई किसी भी दृष्टिकोण से उचित नहीं है। और जिस तरह से पुलिस ने छात्राओं के साथ दुर्व्यवहार किया है, उससे यह स्पष्ट होता है कि बिहार में कैसी सरकार चल रही है ।       

           इन्होंने ने कहा कि भाजपा कार्यालय के सामने इस तरह का कृत्य किया जाना ये स्पष्ट करता है कि किस तरह से छात्राओं पर दमन चक्र चल रहा है।

 इन्होंने आगे कहा कि छात्र-छात्राएं अपने भविष्य के प्रति  चिंतित हैं तथा बेहतर शिक्षा व्यवस्था के लिए सरकार तक अपनी बात पहुंचाने का कार्य कर रहे हैं ,लेकिन उन्हें जबरिया पुलिस के माध्यम से उनकी बातों को दबाया जा रहा है।   

            एजाज ने आगे कहा कि छात्र-छात्राएं इस बात से चिंतित हैं कि उन्हें वर्ष 2023 -25 के सेशन के बीच से  ही कॉलेज से जबरन निकालकर 

 उन्हें स्थानांतरित होने का आदेश निर्गत करने वाली कार्रवाई चल रही है और शिक्षा व्यवस्था को सरकार के माध्यम से ही चौपट किये जाने वाली कार्रवाई चल रही है।

   इन्होंने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है कि जब कॉलेज में पढ़ने वाले विद्यार्थी वर्ष 2023 -25 के 11वीं की परीक्षा  उसी कॉलेज से दिए हैं और उनका रजिस्ट्रेशन भी उसी कॉलेज से हुआ है, तब उन्हें किस तरह से शिक्षा से वंचित करने के अभियान में सरकार के स्तर से कार्रवाई चल रही है यह स्पष्ट रूप से दिख रहा है ।जो विद्यार्थी कॉलेज में पढ़ रहे हैं उन्हें आप स्कूल में भेजने का आदेश निर्गत कर दिए  हैं,लेकिन यह नहीं देखे की उन स्कूलों में पहले से ही छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में मौजूद हैं और वहां पर रिक्तियां भी बहुत कम है लेकिन फिर भी सरकार का तुगलकी फरमान छात्र-छात्राओं को परेशान करने की नीयत से तथा शिक्षा व्यवस्था को पूरी तरह से रसातल में पहुंचाने का संकल्प लेकर एनडीए सरकार कार्य कर रही है ,क्योंकि बीएसईबी के माध्यम जिन कॉलेजों और स्कूलों में बच्चे अध्ययनरत है वहां पर शोषितों, वंचितों , पीड़ितों , पिछड़ों,

 अतिपिछड़ों , दलितों, आदिवासीयों और अल्पसंख्यक समाज के बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं और इनको आगे शिक्षा से वंचित करने के तहत ही इस तरह की कार्रवाई  शिक्षा विभाग की ओर से चल रही है यह स्पष्ट रूप से दिख रहा है। 

      एजाज में  राज्य सरकार से अविलंब बिहार के शिक्षा तथा  विधार्थी हित में कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को वर्ष 2023 -25 के सेशन में उसी कॉलेज में रहने देने तथा आगे 2024- 26 के नामांकन प्रक्रिया को कॉलेज से समाप्त करने पर अमल करने की कार्रवाई करें जिससे कि बिहार में शिक्षा व्यवस्था बेहतर रह सके।

 

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