लालटेन मुस्लिमों के जीवन में रौशनी क्यों नहीं ला पाई: प्रशांत किशोर*

लालटेन मुस्लिमों के जीवन में रौशनी क्यों नहीं ला पाई: प्रशांत किशोर*

 

*मुसलमानों के रहनुमा बनने वाले लालू यादव और तेजस्वी से कोई पूछता क्यों नहीं कि बिहार में दलितों के बाद मुसलमानों की हालत सबसे खराब क्यों है? 


*पटना*: जन सुराज पदयात्रा के दौरान पत्रकार वार्ता में एक सवाल का जवाब देते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि जब तक आप समाज में सुधार नहीं लाएंगे, आपके बच्चे गुजरात और तमिलनाडु में जाकर मजदूरी ही करेंगे, फिर यहां के लोगो का भला कैसे होगा? मैं बिहार में 18 महीने से पैदल चल रहा हूं, 5 हजार से ज्यादा गांव में जाने के बाद मैं रोज मंच से कहता हूं कि दलितों के बाद सबसे ज्यादा गरीब, बदहाल, फटेहाल अगर बिहार में कोई है तो वो मुसलमान है। लेकिन 32 साल से मुसलमानों ने लालटेन का साथ नहीं छोड़ा है। 30-32 सालों में मुसलमानों ने RJD से कभी नहीं पूछा कि आपके नेता सड़क और ग्रामीण कार्य मंत्री रहे फिर हमारे गांव में सड़क, नाली और गली क्यों नहीं बना है? आप स्वास्थ्य मंत्री थे फिर बच्चों के लिए अस्पताल और दबाई क्यों नहीं है? आप शिक्षा मंत्री थे फिर हमारे बच्चों की शिक्षा की व्यवस्था क्यों नहीं है? मुसलमान इन सारी परेशानियों के बावजूद लालटेन को वोट देता है।

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