बाबासाहेब डॉ अंबेदकर के विचारों और संवैधानिक व्यवस्था को कुचलने वाले शोषितो, वंचितों और 75 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था के प्रति क्या सोच है स्पष्ट करें: एजाज अहमद

बाबासाहेब डॉ अंबेदकर के विचारों और संवैधानिक व्यवस्था को कुचलने वाले शोषितो, वंचितों और 75 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था के प्रति क्या सोच है स्पष्ट करें: एजाज अहमद


पटना 07 दिसंबर, 2023

बिहार प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता एजाज अहमद ने केंद्र सरकार की नीतियों को बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के विचारों को कमजोर करने और उनके द्वारा बनाए गए संवैधानिक व्यवस्था को छिन-भिन करने वाली बताते हुए कहा कि भाजपा पहले यह स्पष्ट करे कि वह बाबा साहेब के विचारों को कुचलने के लिए हर दिन नित्य नए-नए प्रयोग क्यों कर रही है। साथ ही दलितों-आदिवासियों और समाज के वंचित तबकों को उसका हक और अधिकार क्यों नहीं दे रही है?

       इन्होंने आगे कहा कि जिस तरह से बिहार में जातीय गणना करा कर राज्य सरकार ने जिसकी जितनी संख्या उसकी उतनी हिस्सेदारी देने के लिए जहां दलित-आदिवासी, पिछड़ा, अति पिछड़ा के आरक्षण व्यवस्था को 49.5 प्रतिशत से बढ़कर 65 प्रतिशत कर दिया, वहीं ईडब्ल्यूएस के लिए 10 प्रतिशत को बिहार विधानमंडल से मान्यता देकर 75 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था को अमली जामा पहनाकर एक ऐतिहासिक काम किया है और इसके लिए केंद्र सरकार के पास बिहार कैबिनेट से नवमीं अनुसूची में 75 प्रतिशत आरक्षण व्यवस्था को शामिल करवाने का प्रस्ताव भेजा है, लेकिन इसपर अब तक भाजपा के नेता खामोश क्यों है केंद्र सरकार के स्तर से भी इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दी जा रही है। जबकि 75 प्रतिशत आरक्षण व्यवस्था होने से सभी तबकों को इसका लाभ मिलेगा।

  एजाज ने आगे कहा कि बाबा साहब के संवैधानिक व्यवस्था तथा इतिहास को बदलने में भाजपा लगी हुई है नई पीढ़ी को आजादी की लड़ाई याद रखनी चाहिए, क्योंकि देश की आजादी में सभी का योगदान रहा है। और सभी ने मिलकर देश को आजाद करने का कार्य किया है।

      इन्होंने केंद्र सरकार से जातिगत जनगणना कराये जाने की मांग की है। जिस तरह से बिहार की सरकार ने हर परिवार की आर्थिक स्थिती का पता लगाकर, इसी आकलन के आधार पर हिंदू, मुस्लिम ,अनुसूचित-जाति, अनुसूचित-जनजाति, पिछड़ा, अति पिछड़ा वर्ग के साथ चाहे किसी भी वर्ग के लोग हो, जहां भी गरीबी है उसको दूर करने की दिशा में राज्य सरकार के स्तर से कार्रवाई की जा रही है। बिहार की तरह ही जातीय जनगणना कराकर केंद्र सरकार सभी को उसका हक और अधिकार देकर बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के संवैधानिक व्यवस्था को मजबूत करने का कार्य करें, और किसी के प्रति भेदभाव की नीतियां को बढ़ावा ना दे। देश को आगे बढ़ाने के लिए सभी को साथ जोड़कर रहने की प्रवृत्ति को केंद्र सरकार के स्तर से बनानी होगी। और इसे आगे बढ़ाकर सभी को उसका हक और अधिकार देने की की सोच अपनानी होगी, जबकि आज भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के द्वारा सिर्फ नारे और जुमलेबाजी की जाती है, अमल में कहीं ऐसी बातें नहीं है। देश के विकास के लिए सभी के प्रति बेहतर सोच के साथ केंद्र सरकार को काम करना होगा तभी बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के जयंती या पुण्यतिथि को भाजपा मनाने का कार्य करें।


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