17 दिवसीय राष्ट्रीय पुस्तक मेला का समापन आज

17 दिवसीय राष्ट्रीय पुस्तक मेला का समापन आज


# विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजयी प्रतिभागी होंगे पुरस्कृत


पटना, 9 दिसम्बर । स्थानीय गांधी मैदान में समय इंडिया, नई दिल्ली की ओर से जारी 17 दिवसीय ऐतिहासिक राष्ट्रीय पुस्तक मेला का रविवार आखिरी दिन होगा । विभिन्न स्टॉल्स पर यहाँ से वहाँ तक पसरी बेइंतहा पुस्तकों से पुस्तक प्रेमी मुलाकात कर सकेंगे । अपनी पसन्द की पुस्तकें चुन और खरीद सकेंगे । अन्तिम दिन होने के नाते स्टॉलधारकों ने अपने स्टॉल्स पर किताबों को नए सिरे से सुव्यवस्थित कर लिया है । इतना ही नहीं उनकी कोशिश अधिक से अधिक किताबें पाठकों के हाथों में सौंप कर जाने की है । इसलिए उनकी ओर से पुस्तकों की खरीद पर विशेष छूट देने की व्यवस्था की गई है । पुस्तक प्रेमी रात 9–00 बजे तक मेले से पुस्तकें खरीद सकते हैं । उसके बाद किताबों की दुनिया सिमट जाएगी । 

अगला पड़ाव होगा रांची का जिला स्कूल कैम्पस : समय इंडिया किताबों के इस कारवां को लेकर झारखंड की राजधानी के रांची के जिला स्कूल कैम्पस में 29 दिसम्बर, 2023 से 7 जनवरी, 2024 तक किताबों का संसार बसाएगा । रांची के पुस्तक प्रेमियों को 10 दिनों के इस पुस्तक मेले से अपनी पसन्द की पुस्तकें खरीदनें का अवसर मिलेगा । रांची के इसी मैदान में संस्था की ओर से कई बार आयोजन किया जा चुका है ।

  पुस्तक मेला के संयोजक एवं समय इंडिया के प्रबंध न्यासी, लेखक–पत्रकार चन्द्र भूषण ने अपनी बात रखते हुए कहा कि पटना के गांधी मैदान में इस बार एक–एक करके तीन पुस्तक मेलों का आयोजन इस बात का सबूत है कि पुस्तक पठन संस्कृति के नक्शे पर बिहार सदैव अव्वल रहा है और आज भी है । सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों के भारी दबाव के बावजूद इस 17 दिवसीय पुस्तक मेले में पुस्तक प्रेमियों का आने–जाने का सिलसिला जारी रहा । यदि हम व्यावसायिक सफलता–असफलता के आंकडों की बाजीगरी में न उलझ कर साफ तौर देखें तो पुस्तक प्रेमियों का समय निकाल कर किताबों के करीब आना और अपनी रुचि की किताबें खरीदना पुस्तक व्यवसायियों के लिए महत्वपूर्ण उपलब्धि रही । अपने–अपने सेन्टर पर बैठे व्यवसायियों को 17 दिनों में भारी संख्या में पुस्तक प्रेमियों से मिलने और संवाद का अवसर शायद ही उपलब्ध होता । पुस्तक मेले के आयोजन के पीछे आखिर संस्था की मंशा यही है कि किताबों और पाठकों के बीच की टूटी हुई को जोड़ा जा सके । उन्होंने यह भी कहा कि पुस्तक मेला एक तरह से कुएं का प्यासे के करीब आना है । ज्ञान का सागर आपके बीच उपस्थित है अब आपके हिस्से में है कि सागर से मोती चुन लें ।

पुरस्कार वितरण एवं सांस्कृतिक संध्या आज :  17 दिनों के इस पुस्तक मेले में बच्चों के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया । इस आयोजन में बच्चों की सक्रिय भागीदारी रही । प्रतियोगिताओं में बच्चों को प्रथम, द्वितीय, तृतीय और सांत्वना पुरस्कारों से नवाजा गया । इन सभी प्रतियोगिताओं के विजेता प्रतिभागियों को रविवार सायं 4–00 बजे समागार मंच पर सम्मानित किया जाएगा । सांस्कृतिक संध्या का आयोजन होगा । यह पुस्तक मेले का समापन आयोजन होगा । 


नगर में आज  : – राष्ट्रीय पुस्तक मेला 

पुस्स्कार वितरण एवं सांस्कृतिक संध्या

रविवार सायं 4–00 बजे 

गांधी मैदान, सभागार मंच

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