पीएम किसान उत्सव दिवस पर 9.70 करोड़ किसानों को ₹20,500 करोड़ की सहायता राशि का अंतरण
उत्पादन बढ़े, लागत घटे — खेती को लाभकारी बनाने की दिशा में बिहार सरकार अग्रसर
किसानों के खातों में सीधे पहुंचे ₹20,500 करोड़: पारदर्शिता की मिसाल
बिहार की धरती पर विकास के फूल: विज्ञान और परिश्रम की सजीव मिसाल
पटना, 2 अगस्त 2025
आज पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 20वीं किस्त के अंतर्गत माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा वाराणसी से देश के 9.70 करोड़ किसानों के खातों में ₹20,500 करोड़ की सीधी सहायता राशि का हस्तांतरण किया गया। इस ऐतिहासिक अवसर पर पूरे देश में पीएम किसान उत्सव दिवस मनाया गया। बिहार में इसका राज्य स्तरीय आयोजन भव्य और गरिमामयी वातावरण में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता माननीय उप मुख्यमंत्री-सह-कृषि मंत्री श्री विजय कुमार सिन्हा ने की। इस अवसर पर माननीय केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने बापू सभागार पटना में किसानों को संबोधित किया और देशभर के किसानों को बधाई दी। उन्होंने सभी महिला किसानों को रक्षाबंधन की अग्रिम शुभकामनाएं भी दीं और कहा कि “कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और यह योजना किसानों के जीवन में नई ऊर्जा भर रही है।”
कार्यक्रम की गरिमामयी उपस्थिति में बिहार सरकार के वरिष्ठ मंत्रीगण उपस्थित थे, जिनमें माननीय मंत्री श्रीमती रेणु देवी (पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग), डॉ० प्रेम कुमार (सहकारिता मंत्री), श्री मंगल पांडेय (स्वास्थ्य मंत्री), श्री नितिन नवीन (पथ निर्माण मंत्री) शामिल रहे। राज्य किसान आयोग के अध्यक्ष श्री रूप नारायण मेहता और कृषि विभाग के प्रधान सचिव श्री पंकज कुमार ने भी मंच साझा किया।
प्रधान सचिव श्री पंकज कुमार ने सभी अतिथियों एवं किसान भाइयों-बहनों का स्वागत करते हुए कहा कि “किसान की समृद्धि ही देश की समृद्धि है। यह योजना किसानों के लिए अत्यंत सहायक सिद्ध हो रही है। किसानों को बिचौलियों के बिना सीधी सहायता मिलना, सरकार की पारदर्शिता का प्रमाण है।”
माननीय उप मुख्यमंत्री सह कृषि मंत्री श्री विजय कुमार सिन्हा ने अपने संबोधन में कहा कि “कृषि के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन हो रहे हैं। यह सहायता राशि किसानों के सम्मान का प्रतीक है, जो सीधे उनके खातों में स्थानांतरित होती है।” उन्होंने यह भी कहा कि “भारत गांवों में बसता है और गांवों की आत्मा हमारे किसान हैं। जब किसान सशक्त होगा, तभी देश सशक्त बनेगा।”
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि “बिहार सरकार खेती को मुनाफे का व्यवसाय बनाने की दिशा में लगातार कार्य कर रही है। उत्पादन एवं उत्पादकता बढ़ाना, लागत घटाना, और बाजार से जोड़ना हमारी प्राथमिकता है। उर्वरक की सहज आपूर्ति एवं वितरण तथा कालाबाजारी पर सख्ती से नियंत्रण सुनिश्चित किया जा रहा है।”
केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने संबोधन में कहा कि “यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का यह सपना रहा है कि किसान मजबूत हो, तभी देश मजबूत होगा। आज 11 करोड़ से अधिक किसानों को बिना किसी भेदभाव और बिचौलिये के प्रतिवर्ष ₹6,000 की सीधी सहायता मिल रही है। बिहार के लाखों किसान इससे लाभान्वित हो रहे हैं और अपने खेत-खलिहानों में नई चेतना के साथ कार्य कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि बिहार की धरती के गौरव को रेखांकित करते हुए कहा गया कि “यह वह भूमि है जहां बीज डालोगे तो विकास के फूल खिलेंगे। यहां विज्ञान है, दर्शन है, और इसकी मेहनत का लोहा पूरी दुनिया मानती है।”
माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के स्वदेशी उत्पादों के उपयोग करने के अपील पर जोड़ देते हुए श्री शिवराज सिंह चौहान ने सभागार में उपस्थित सभी लोगों से अपील किया वे स्वदेशी वस्तुओं को अपनाये। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत का मार्ग स्वदेशी उत्पादों के उपयोग से ही संभव है। ‘वोकल फॉर लोकल’ को जन आंदोलन बनाएं और देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करें।
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