बिहार के विश्वविद्यालयों में बढ़ रहे प्रशासनिक अराजकता पर रोक लगे__आइसा!

बिहार के विश्वविद्यालयों में बढ़ रहे प्रशासनिक अराजकता पर रोक लगे__आइसा!

*मौलाना मज़हरूल हक़ अरबी व फारसी विश्वविद्यालय में करोड़ों का अकादमिक वित्तीय घोटाला और भ्रष्टाचार का उच्च स्तरीय न्यायिक जांच की जाए।*

*19 जुलाई 2025, पटना*
आइसा के राज्य अध्यक्ष प्रीति कुमारी सचिव सबीर कुमार व भाकपा-माले फुलवारी से विधायक गोपाल रविदास तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने महामहिम राजपाल महोदय से मिलकर बिहार के विभिन्न विश्वविद्यालयों में बढ़ रहे प्रशासनिक अराजकता व मौलाना मजहरुल हक अरबी व फारसी विश्वविद्यालय में करोड़ों की वित्तीय अनियमितता व भ्रष्टाचार सहित अन्य छात्रहित मुद्दे पर  बात-विमर्श की गई. जिसमें महामहिम राजपाल महोदय ने सकारात्मक पहल करने का आश्वासन दिया है!

आइसा राज्य अध्यक्ष प्रीति कुमारी व राज्य सचिव सबीर कुमार ने संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा कि मौलाना मजहरुल हक अरबी व फारसी विश्वविद्यालय में घोर वित्तीय अनियमितता एवं भ्रष्टाचार के साक्ष्य मौजूद हैं. शैक्षणिक भवन में विभिन्न प्रकार की लापरवाही को अंजाम देकर करोड़ों का घोटाला किया गया है विश्वविद्यालय के शैक्षणिक भवन चौथे और पांचवें तल को निजी संस्थान को बेचने का प्रयास किया गया जबकि विश्वविद्यालय के पास यूजीसी के नियम से कम स्थान है. विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा आनन-फानन में सहायक प्रो. डॉ. नौशाद आलम को निलंबित कर देना और उर्दू में उत्तर देने वाले अधिकारी का वेतन रोक देना प्रशासनिक तानाशाही रवैए को दर्शाता है. बिहार के विभिन्न विश्वविद्यालयों में प्रशासनिक मनमानी व शैक्षणिक अराजकता सार्वजानिक संस्थानों को खोखला बना रहा है. *विधायक गोपाल रविदास ने कहा कि महाविद्यालयों में नामांकन के नाम पर अवैध शुल्क लेना कही से भी उचित नही है* देखा जाए तो बीएड नामांकन में भी मनमाना शुल्क लिया जा रहा है विश्वविद्यालयों में बढ़ रही कुव्यवस्था, घोटाला और तानाशाही पर तत्काल रोक लगे और छात्र व शिक्षा विरोधी गतिविधियों पर कार्यरत अधिकारियों पर सख़्त कार्यवाही की जाए!
महाविद्यालयों में छात्रों के लिए प्रयोगशाला, संसाधनों, सामाग्री सहित छात्रावासों की कमी, जनसंचार विभाग में लैब-स्टूडियो का अभाव, फीस वृद्धि, कैम्पसो का ठेकाकरण, आउटसोर्सिग प्रणाली पर रोक लगे, मेस में बेतहसा फीस  वृद्धि, छात्राओं की सुरक्षा की गारंटी जैसे GSCASH बॉडी का निर्माण, विश्वविद्यालय स्तरीय सरकारी डाटा बैंक स्थापित हो इत्यादि संस्थानों में गुणवत्तापूर्ण शैक्षणिक वातावरण बाहल करने को लेकर छात्रहित के विभिन्न मुद्दों पर बातचीत कर छात्रों के समस्याओं को दूर करने के लिए महामहिम राजपाल महोदय के संज्ञान में दिया गया!

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